प्रारंभिक भोर में लिया दृढ़ निश्चय,
शंध्या आते विफलता की चौखट लांघ लेता है.!!
प्रतिबिम्ब सा मन ओज से भरा,
परिस्तिथियों से तल्लीन खुद को अधीन बना लेता है। !!
शंध्या आते विफलता की चौखट लांघ लेता है.!!
प्रतिबिम्ब सा मन ओज से भरा,
परिस्तिथियों से तल्लीन खुद को अधीन बना लेता है। !!