माँ ...
मै तो तेरी बेटी हूँ ....माँ ......
फिर क्यों नही तू मुझको समझती.....माँ ...
तेरी गोदी में सिर रख के सोना चाहती हूँ ....माँ...
एक बार तो मेरे सिर पे हाथ रख दो .... माँ...
मुझे कोई सुख नही चाहिये...और न हीं कोई हँसी...
मुझे तो बस दुःख की इच्छा है ... ...माँ......
जिससे तू मेरे साथ रहेगी न ....माँ.....
बस एक बार तो प्यार से पुकार लो..... माँ....
एक बार तो मुझसे बाते कर लो ..... माँ....
एक बच्चे की तरह तुझसे लिपटना चाहती हु... माँ...
एक बार तो अपने हाथ बड़ा लो ..... माँ.....
मैं कब से तेरा रास्ता देख रही हूँ ... माँ...
मेरे कदम अपनी और ले लो..... माँ.....
...माँ.....
मै तो तेरी बेटी हूँ ....माँ ......
फिर क्यों नही तू मुझको समझती.....माँ ...
तेरी गोदी में सिर रख के सोना चाहती हूँ ....माँ...
एक बार तो मेरे सिर पे हाथ रख दो .... माँ...
मुझे कोई सुख नही चाहिये...और न हीं कोई हँसी...
मुझे तो बस दुःख की इच्छा है ... ...माँ......
जिससे तू मेरे साथ रहेगी न ....माँ.....
बस एक बार तो प्यार से पुकार लो..... माँ....
एक बार तो मुझसे बाते कर लो ..... माँ....
एक बच्चे की तरह तुझसे लिपटना चाहती हु... माँ...
एक बार तो अपने हाथ बड़ा लो ..... माँ.....
मैं कब से तेरा रास्ता देख रही हूँ ... माँ...
मेरे कदम अपनी और ले लो..... माँ.....
...माँ.....
ma
ReplyDeleteaap to ma ki hi beti ho
ma hi to hai jo apko samajhti hai
ma ki god hai apka bistar kabhi dhyan dena
ma ka hath hamesa apke sir pe hota hai
sukh ho ya dukh ya ho apki hasi
in sab me apke sath hoti hai ma
in sab me ashirwad deti hai sirf ma
ma ne hamesha tumhe pukara hai kabhi duniya ki awaj ko bhula ke ma ki awaj dhundne ki koshis karo
ma ko liptane ke liye chah ki jarurat nai ma khud apko apni bachi jaise lipta ke rakhti hai
maa ka hath hamesha apki or hai jarurat hai to sirf use pakadene ki mehanat karne ki
raste dekhna chod kar maa ko niharo dekho wo apka intezar kab se kar rahi hai
itani mehanat aap karo ma se milne ko apne kadam ma ki badao
or badane ki himmat khud to dikhao
~~Maa ka ashirwad hamesha apke sath hai~~
kabhi kisi roop me kabhi kisi roop me
jarurat hai to sirf use pahachanne ki
~~GOD BLESS YOU~~
JAI MATA KI
Thanks... Mrityunjay
ReplyDeletemaa se badhker kuch nahi, ishwar ka doosra naam maa
ReplyDeleteवाह ! बेहद खूबसूरती से कोमल भावनाओं को संजोया इस प्रस्तुति में आपने ...
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