अच्छा लगता है तुमसे कुछ कहना...
तुम्हारी बातो को सुनना...
तुम्हे सोचते हुए ... आंखे बंद कर लेना.....
फिर मुस्करा देना.....
अच्छा लगता है........
हवा जब गुजरती है .. कानो से.. तो तुम्हे सोच लेती हूँ .....
की तुमने कुछ कहा है धीरे से......
उस हवा की फुसफुसाहट को सुनना...
अच्छा लगता है........
अकेले चलते हुए तुम्हे सोच लेती हूँ.....
की अगले ही पल तुम आओगे ...
और मेरा हाथ थाम के मेरे साथ चलोगे........
तुम्हारी सोच के साथ चलना......
अच्छा लगता है...........
भूल जाती हूँ मैं की उदासी भी कोई चीज होती है...
तुम्हे सोच कर गिरते हुए भी संभल जाती हूँ मैं..
तुम्हारी सोच में लगता है .. जैसे अनजानी सी खुसी मेरे पास है...
उस ख़ुशी को महसूस करना.....
अच्छा लगता है.........
तुम्हारी बातो को सुनना...
तुम्हे सोचते हुए ... आंखे बंद कर लेना.....
फिर मुस्करा देना.....
अच्छा लगता है........
हवा जब गुजरती है .. कानो से.. तो तुम्हे सोच लेती हूँ .....
की तुमने कुछ कहा है धीरे से......
उस हवा की फुसफुसाहट को सुनना...
अच्छा लगता है........
अकेले चलते हुए तुम्हे सोच लेती हूँ.....
की अगले ही पल तुम आओगे ...
और मेरा हाथ थाम के मेरे साथ चलोगे........
तुम्हारी सोच के साथ चलना......
अच्छा लगता है...........
भूल जाती हूँ मैं की उदासी भी कोई चीज होती है...
तुम्हे सोच कर गिरते हुए भी संभल जाती हूँ मैं..
तुम्हारी सोच में लगता है .. जैसे अनजानी सी खुसी मेरे पास है...
उस ख़ुशी को महसूस करना.....
अच्छा लगता है.........
bahut he khubsurat Ahsaas..khud ko vanha paa janey jaisa.. :)
ReplyDeletesach me tht is special :)
ReplyDelete.....Bahut Khoobsoorat....!!!..ahsaas ki barish me hame bhi bhigone ke liye....!!!!!
ReplyDeleteअपने भावो को बहुत सुंदरता से तराश कर अमूल्य रचना का रूप दिया है.
ReplyDeletesuman bahut sunder kavita...tumahrii kavitaoon ko padna hummey bhi accha lagta hai...!! hare krishna !!
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